जो तेरे दिए हुआ जख्मों पर मरहम लगाती है।
ANSH PANDIT SHAYARI IN WRITTEN:
9.
बस भी करो और कितना रुलाओगे
मरते है तुमपे कल सबको बताओगे
आज तुम्हारे पास है तो दूर भागते हो –२
कल जब ना रहे तो खुद से नज़ारे चुराओगे।
इस दिल में प्यार थे कितना
ये वो जान लेते तो क्या बात थी
हमने माँगा था उन्हें खुदा से
वो भी मांग लेते तो क्या बात होती।
आज कल के इश्क का यही दस्तूर है
जिसे दिल से चाहो वही खुद से दूर है
उसे पाना नहीं किस्मत में मेरे …२
और खोना दिल से ना मंजूर है।
मत करना इश्क बहुत झमेले है …२
हसते साथ है रोते अकेले है।
13.
इस मोहब्बत की बारिश में अब भीगना नहीं है …२
हाँ इश्क है तुमसे मगर अब कहना नहीं है।
की मै इश्क में तुझे कितना चाहता हूँ… 2
खुदा भी परेशान है मुझसे
की मै इतनी दफा मन्नत में तुझे ही क्यों मांगता हूँ।
तेरे चहरे सा दिलकस नजारा हो नहीं सकता
लगता है तुम्हारे बिना गुजारा हो नहीं सकता
तब प्यार करने में ज्यादा मजा आता है…२
जब पता हो वो हमारा हो नहीं सकता।
तरस गये आपको देखने के लिए
दिल फिर भी आपको प्यार करता है
हमसे अच्छा तो आपके घर का आइना है…2
कम से कम आपको देख तो सकता है।
17.
हाँ हमें मोहब्बत है उनसे इंकार कैसे करें
जब हमसे होता ही नहीं तो प्यार कैसे करें।
जाने क्यू हमें आसू बहाना नहीं आता
जाने क्यू हाले दिल बयां करने नहीं आता
क्रस हमें छोड़ के चली जती है
सायद हमें ही इजहार करना नहीं आता।
हममे और आपमे फर्क इतना है
की आप दिल देकर बैठे है
हम धोखे खाकर बैठे है,
हमें तो प्यार की भाषा से नफरत सी हो गयी
और आप किसी के प्यार में दिल लगाकर बैठे है।
धीमे ही सही पर चल तो रहा हूँ ना
इश्क की आग में जल तो रहा हूँ ना
तेरी ख़ुशी के लिए अलविदा कह दिया मैंने …२
तुझे पाने के लिए तरस तो रहा हूँ ना।
21.
उसके चहरे पर कुछ इस कदर नूर है
की उसकी यादो में रोना भी मंजूर है
यार बेवफा भी नहीं कह सकते उसको
क्युकी प्यार तो हमने किया था
वो बेचारी तो बेकसूर है।
दोस्ती तो एक झोका है हवा का
दोस्ती एक नाम है वफा का
औरों के लिए चाहे जो भी हो
हमारे लिए तो एक तोह्फा है खुदा का।
किस्मत के भी खेल हजार है
जो मिल नहीं सकता उससे ही प्यार है
एक को कोई फर्क नहीं पड़ता
और दूसरा जान देने के लिए तैयार है।
तूने मुझे ऐसा गिराया की मै खुद से उठना सिख गया
अब मुझे तेरी जरूरत नहीं मै तेरे बिना जीना सिख गया।
वहा का दरिया कभी रुकता नहीं है
इश्क में आसिक कभी झुकता नहीं है
खामोश है हम किसी की खुसी के लिए
वरना ये ना सोचो की हमारा दिल दुखता नहीं है।
26.
अगर हम ना मिले होते उनसे यूँ
तो दिल यूँ बेक़रार ना होता
ना नज़ारे मिलाती उनसे
और न उनसे प्यार होता।
Must
I love it
Amezing shayari dost