65+ Best Gulzar Ki Shayari In Hindi | ( गुलज़ार शायरी )

Gulzar Sahab Ki Shayari, क्या लाजवाब होती है उनके लफ़ज़  वाले  होते है चाहे वो हो या फिर हर एक लाजवाब होती है। इस पोस्ट में हम आपके लिए Gulzar Best Shayari Collection लाये है, इन पोस्ट में आपको Gulzar Dil Se Shayari IN HINDI, Gulzar Shayari On Zindagi, गुलज़ार के लफ्ज़ बेस्ट कलेक्शंस है हमें आशा है आपको यह जरूर पसंद आएगा। हमें Gulzar Ki Shayari In Hindi में Love Shayari By Gulzar बहोत पसंद है। आप हमें कमेंट में बताये की आपको गुलज़ार जी की शायरी में किस तरह की शायरी ज्यादा पसंद आयी।

Gulzar Ki Shayari In Hindi

Gulzar shayari status 

GULZAR KI SHAYARI IN HINDI: गुलज़ार एक अहसास:

 

अँधेरों में निकाल जाता हूँ टहलने,
रास्ता अकेला है
पर रातें अब सुकून देती है।

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1.
नहीं बदल सकते हैं हम,
खुद को औरो के हिसाब से,
एक लिबास हमें भी दिया है
खुदा ने अपने हिसाब।

2.
फुर्सत ही कहाँ
मौसम सुहाना देखूं
तेरी यादों से निकलूं
तब तो ये जमाना देखूं।

3.
जरुरी नहीं की नजदीकियों में ही प्यार हो
फासलों में भी इश्क की बुलदिया देखि है हमने।

4.
अब मै जबाबो का इंतजार नहीं करता,
मैंने सवालों को बहलाना सिख लिया है।

5.
तबाह होकर भी तबाही दिखती नहीं
ये इश्क़ है जनाब
इसकी दवाई कही नहीं बिकती।

6.
हजार गम मेरी फितरत नही बदल सकते,
क्या करू मेरी आदत मुस्कुराने की है।

7.
कभी बेपनाह बरस पड़ी कभी गम सी है,
यह बारिस भी कुछ तुम सी है।

9.
दिखावे की दुनिया में
कुछ दिखावा मै भी करता हूँ ,
अब जो जैसे मिले उससे वैसे ही मिलाता हूँ।

10.
हजारो में मुझे सिर्फ वो शख्स चाहिए,
गैर मौजूदगी में जो मेरी बुराई ना सुन सके।

11.
दुनिया वो किताब है…
जो नहीं पड़ी जा सकती,
लेकिन जमाना वो उस्ताद है
जो सब कुछ सिखा देती है।

12.
मोहल्ले की मोहब्बत का भी
अजीब फसाना है,
चार घर की दुरी है…
और बिच में सारा जमाना है।

13.
बदले है उनके मिजाज कुछ दिनों
से वो बात तो करते हैमगर बाते नहीं करते।

14.
बदल जाते है वो लोग वक्त की तरह,
जिन्हें हद से ज्यादा वक्त दिया जाता है।

GULZAR DIL SE SHAYARI IN HINDI:

 

इश्क की तलक्ष मे
क्यों निकले हो तुम
इश्क खुद तलाश लेता है
जिसे बर्बाद करना होता है ।

gulzar shayari quotes

 

15.
इश्क वो नहीं जो तुम्हे मेरा कर दे,
इश्क वो है जो तुम्हे किसी और का न होने दे।

16.
बहुत ख्याल रखती थी वो मेरे दिल का,
इधर नहीं लगता था तो उधर लगा लेती थी।

17.
वो सुना रही थी अपने वफाओं के किस्से,
हम पर नजर पड़ी तो खामोस हो गयी।

18.
सोचा नहीं था जिंदगी में ऐसे भी फसाने होगे,
रोना भी जरुरी होगा और आसू भी छुपाने होगे।

19.
मरने की बात पर जो रखते थे होठो पर उगलिया,
अफसोस वही मेरे जान के कातिल निकले।

20.
बड़ी मुस्किल से सिखा है खुश रहना उसके बगैर,
अब सुना है ये बात भी उसे परेशान कराती है।

21.
थोड़ी थोड़ी गुफ्तगू दोस्तों से करते रहिये,
जाले लग जाते है अक्सर बंद मकानों में।

22.
इस दौर के लोगो में
वफा ढूढ़ रहे हो जनाब
बड़े नादान हो
जहर की सीसी में दावा ढूढ़ रहे हो।

23.
साईकिल भी पहचानती है मोहब्बत की राहे
चैन भी उतरती थी तो उसी के मोहल्ले में।

GULZAR SHAYARI ON ZINDAGI:

24.
कसूर तो बहुत किये है जिंदगी में हमने,
पर सजा वहा मिली जहा बेकसूर थे हम।

25.
मिलाता तो बहुत कुछ है इस जिंदगी में पर हम
गिनती उसी की करते है जो हासिल न हो सका।

26.
तेरे हालात से लगता है तेरा उपना ही था कोई,
इतनी सादगी से बर्बाद कोई गैर नै कर सकता।

27.
यूँ उम्र कटी दो अंदाज में
एक आस में
एक कास में।

28.
पेड़ कटाने आये कुछ लोग मेरे गाव में,
धुप बहुत तेज है कहकर उसी की छाव में बैठ गए।

29.
उसने एक ही बार कहा दोस्त हूँ,
फिर मैंने कभी नहीं कहा व्यस्त हूँ।

30.
पुरानी होकर भी खास हो जाती है,
मोहब्बत बेसरम है जमाब बेहिसाब हो जाती है।

31.
पहली मोहब्बत मुकदमे की तरह होती है,
न ख़त्म होती है न इंसान को बेज्जत बरी कराती है।

32.
कितने खुबसूरत हुआ करते थे
बचपन के वो दिन,
दो उंगलियाँ जोड़ते ही दोस्ती हो जाती थी।

33.
सोचता था दर्द की दौलत से
एक मै ही मालामाल हूँ
देखा जो गौर से तो….
हर कोई  रइस निकला।

34.
तकलीफ खुद ही कम हो गयी
जब अपनों से उम्मीद कम हो गया।

GULZAR KI SHAYARI HINDI ME: लव गुलज़ार:

35.
अपने ही घर में
मेहमान बन कर आना जाना हुआ
जब से सहर में सुरु कमाना हुआ।

36.
सुनो जब तुम आता गुदा करोगी,
तब मई तुम्हारे चहरे से जुल्फे हटाया करूँगा।

37.
कास वो कैद कर ले अपनी दिल की डायरी में,
जिसका नाम छुपा रहता है मेरी एक शायरी में।

38.
गुस्सा होकर भी फ़िक्र कराती है
माँ मुझे मोहब्बत इस कदर करती है।

39.
कहाँ मिलाता है कोई समझाने वाला…
जो भी मिलता है समझा कर चला जाता है।

40.
तेरी नियत ही नहीं थी साथ चलने की
वरना निभाने वाले रास्ता देख नहीं करते।

43.
हजार में मुझे वो सिर्फ एक सख्स चाहिए
जो गैर मौजूदगी में मेरी बुरे न सुन सके।

42.
एक ही सक्स को धुन्धती है निगाहे साहब
ये वो प्यार नहीं जो हर किसी से कर लूँ।

44.
आज खुदा ने कहा भुला क्यों नहीं देते उसे
मैंने कहा इतनी फिक्र है तो मिला क्यों नहीं देते।

GULZAR SHAYARI ON LIFE: gulzar shayari on love

45.
दिल अब पहले सा मासूम नहीं रहा,
पत्त्थर तो नहीं बना पर अब मोम भी नही रहा।

46.
मुस्कुराकर दर्द भुलाकर
रिस्तो में बंद थी दुनिया सारी
हर पल को रोसन करने वाली
एक सक्क्ति है एक नारी।

47.
नाराज तो नहीं थे तेरे जाने से मगर हैरान थे
की तुमने मूड कर देखा भी नहीं।

48.
किसी की आदत हो जना
मोहब्बत से भी ज्यादा खतरनाक है।

49. बेशक दोस्ती कमीने है
पर सब सेल जिगर के टुकडे है।

50.
माँ सबकी जगह ले सकती है
लेकिन माँ की जगह कोई नहीं ले  सकता।

51.
वो मोहब्ब्बत की ऐसी मिसाल रखता है,
की मुझसे ज्यादा मेरा ख्याल रखता है।

52.
उसकी याद अभी भी आती है
बुरी आदत है साहब कहा जाती है।

53.
मागना ही छोड़ दिया हमने वक्त किसी से
क्या पता उसके पास इंकार का भी वक्त न हो।

54.
फितरत यु ना किसी आजमाया कर,
हर शख्स अपनी हद में लाजवाब होता है।

55.
मैंने जिंदगी में दोस्त नहीं ढूंढे ,
मैंने एक दोस्त में जिंदगी ढूंढी है।

56 .
तेरी तो फितरत थी
सबसे मोहब्बत करने की
हमने बेवजह
कूद को खुसनसीब समझा।

57.
जिंदगी आसन नहीं होती है
इसे आसन बनाना पड़ता है,
कुछ अंदाज से कुछ नजर अंदाज से।

58.
मुझे छोड़कर वो खुश है
तो शिकायत कैसी
अब मई उसे खुश भी न देख सकूँ तो
मोहब्बत कैसी।

59.
बचपन में कहानी सुन के सोते थे,
आज आपनी ही कहानी पर रो के सोते है।

60.
तेरे बगैर किसी और को देखा नहीं मैंने
सुख गए थे तेरे गुलाब
पर फेका नहीं मैंने।

61.
कितना जल्दी फैसला कर लिया जाने का
एक मौका तो दिया होता मानाने का।

62.
तेरी मर्जी से ढल जाऊ हर बार
ये मुमकिन नही,
मेरा भी कोई वजूद है में कोई आईना नही।

 

ऐसे ही बिंदास शायरी पोस्ट के लिए, अपने इस साइट पर विजिट करते है, अपने कोई भी विचार या सलाह हमें जरूर बताये अपनी राय हमे कमेंट में लिखे, बताये आपको Gulzar ki shayari in hindi, Gulzar Shayari on zindagi, Gulzar shayari lyrics. कैसी लगी।  धन्यवाद

 

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