प्रभु श्री राम जी के भक्तो के लिए कुछ संस्कृत श्लोक और बेहतरीन स्टेटस लिखे है। जिनमे आपको राम भक्ति का पूर्ण रस मिलेगा। ऐसे ही संस्कृत श्लोक और भक्ति स्टेटस हमे बहुत पसंद है हम अपने सोशल मीडिया पोस्ट में हमेशा जय श्री राम जरुर लिखते है। हमे कमेंट में बताये आपको किस तरह की शायरी स्टेटस पसंद है।
Shree Ram Quotes In Hindi: Sanskrit Shlok
हम शाश्वत पथ के राही हैं
छल कपट हमारी राह नहीं।
हम प्रभु राम के भक्त है
हमें बाधाओं की परवाह नहीं।।
#जय श्री राम
Shree Ram Sanskrit Shlok Status
कलयुग केवल नाम अधारा,
सुमिर-सुमिर नर उतरहि पारा।।
रामाय रामभद्राय रामचंद्राय वेधसे।
रघुनाथाय नाथाय सीतायाः पतये नमः।।
भावार्थ:- भगवान राम, रामभद्र, रामचंद्र, विधाता स्वरूप, रघुनाथ प्रभु माता सीता के पति को हम प्रणाम करते है।
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Shree Ram Sanskrit Shlok Status: श्रीरामरक्षास्तोत्र
श्रीराम राम रघुनन्दन राम राम
श्रीराम राम भरताग्रज राम राम।
श्रीराम राम रणकर्कश राम राम
श्रीराम राम शरणं भव राम राम।।
भावार्थ:- हे रघुनन्दन श्री राम, हे भरताग्रज भगवान राम, हे रणधीर धनुष को धारण करने वाले प्रभु श्री राम हम आपकी शरण में आते है।
हमारे स्वभाव से कुछ लोग धोखा खा जाते है,
उन्हें नहीं पता….
राम भक्त खेल-खेल में ही लंका जला जाते है
#जय श्री राम
माता रामो मप्तिता रामचन्द्रः
स्वामी रामो मत्सखा रामचंद्रः।
सर्वस्वं में रामचंद्रो दयालु-र्नान्यम जाने नैव जाने न जाने।।
भावार्थ:- प्रभु राम ही मेरी माता हैं, राम ही मेरे पिता हैं, राम ही मेरे स्वामी है और राम ही मेरे सखा हैं . परम दयालु प्रभु रामचन्द्र ही मेरे सबकुछ हैं उनके सिवा किसी और को मैं नहीं जानता बिलकुल नहीं जानता।।
Bhagwan Ram Ranskrit Status: Shree Ram Mantra Status
श्रीरामचन्द्रचरणौ मनसा स्मरामि
श्रीरामचन्द्रचरणौ शिरसा नमामि
श्रीरामचन्द्रचरणौ शिरसा नमामि
श्रीरामचन्द्रचरणौ शरणं प्रपघे।।
भावार्थ:- मैं श्रीरामचंद्र जी के चरणों को नाम से स्मरण करता हूँ, मैं श्री राम के चरणों की कीर्तन करता हूँ, मैं श्रीरामचन्द्र जी के चरणों में झुककर प्रणाम करता हूँ और मैं उनके चरणों की सपथ लेता हूँ।
jai shree ram sanskrit status:
रामो राजमणिः सदा विजयते रामं रामेशं भजे
रामेनाभिहता निशाचरचमू रामाय तस्मै नमः।
भावार्थ:- राजाओं में श्रेष्ट सदा विजय को प्राप्त करने वाले भगवन राम का मैं भजन करता हूँ, जो निशाचरों का विध्वंस करने वाले है मैं उन्हें सादर प्रणाम करता हूँ।
राम रामेति रामेति रमे रमे मनोरमे।
सहस्त्रनाम तत्तुल्यं रामनाम वरनारे।।
भावार्थ:- राम नाम विश्नुसहस्त्र नाम के तुल्य है मैं सर्वदा ‘राम, राम, राम’ इस मनोरम राम नाम में मगन रहता हूँ।
राम नाम आराम है,
भक्ति में विश्राम है,
राम नाम का जप कर बन्दे
चरणों में पावन धाम है।
भजु दीनबंधु दिनेश दानव, दैत्यवंश-निकन्दनं,
रघुनंद आनंद कंद कौशल चंद दशरथ-नन्दनं।।
कीर्ति ना वैभव ना यश चाहिए
मुझे बस राम नाम का रस चाहिए।