पता है तुमको क्या हैं राम ! Shree Ram Kavita ( Psycho Shayar ):

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यह अद्भुत कविता भगवान राम पर Psycho Shayar नाम से जाने जाने वाले Abhi Munde भाई की है। मुझे इनकी सभी कवियाते बहोत मस्त लगती जैसे ‘अंगराज कर्ण’ और उसके बाद यह ‘राम’ अगर अपने पूरी विडिओ नहीं देखि तो जरूर देखे। Ayodhya kavita, prabhu shree ram kavita by Abhi Munde ( Psycho Shayar ), Psycho Shayar kavita on Ram. Pata hai tumako kya hai raam,  kavita shayari on ayodhya.

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Pata Hai Tumko Kya Hain Raam: भगवान राम पर कविता 

१० तक गिनूंगा।
राम लिखते ही, पढ़ते ही, सुनते ही देखते ही या दिखते ही
मन में जो पहला विचार आता है, उसे बांध कर रखिए।
पूछूँगा..
1,2,3,4,5,6,7,9…
हाथ काट के रख दूंगा।
ये नाम समझ आ जाये तो,
कितनी दिक्कत होगी पता है राम समझ आ जाये तो
भई राम राम तो गए लोगे पर राम सा दुख भी सहना होगा?
पहली चुनौती ये होगी कि मर्यादा में रहना होगा
और मर्यादा में रहना मतलब कुछ खास नहीं कर जाना है..
बस बस त्याग को गले लगाना है और अहंकार जलाना है
अब अपने राम लला के खातिर इतना ना कर पाओगे
अरे शबरी का जूठा खाओगे तो पुरुषोत्तम कहलाओगे

काम क्रोध के भीतर रहकर तुमको शीतल बनाना होगा।
बुद्ध भी जिसकी छाव मे बैठे वैसा पीपल बनना होगा ।
बनना होगा ये सब कुछ और वो भी शून्य मे रहकर प्यारे,
तब ही तुमको पता चलेगा कितने अद्भुत राम हमारे ।

सोच रहे हो कौन हूँ मैं.. ?
चलो बता ही देता हूँ
तुमने ही तो नाम दिया था मैं.. पागल कहलाता हूँ
नया नया हूँ यहाँ पे तो ना पहले किसी को देखा है
वैसे तो हु त्रेता से.. मुझे कृ.. ! किसी ने कलयुग भेजा है।
भई बात वहाँ तक फैल गई है, की हा कुछ तो मंगल होने को है
की भरत से भारत हुए राज्य मे सुना है राम जी आने को हैं

बड़े भाग्यशाली हो तुम सब
नहीं, वहाँ पे सब यही कहते है
की हम तो राम राज्य में रहते थे..
पर इन सब में राम रहते हैं !
यानी.. तुम सब में राम का अंश छुपा है.. ?
नहीं- मतलब वो तुम में आते है रहने?
सच है या फिर गलत खबर ?
गर सच्च ही है तो क्या कहने
तो सब को राम पता ही होगा
घर के बड़ों ने बताया होगा

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तो बताओ, बताओ फिर क्या है ? बताओ फिर की क्या है, राम.. 2
बताओ.. अरे पता है तुमको क्या है?
या बस हाथ धनुष तरकस मे बाण
या बन में जिन्होंने किया गुजारा या फिर कैसे रावण मारा
लक्ष्मण जिनको कहते है भैया जिनकी पत्नी सीता मैया फिर ये तो हो गयी वहीं कहानी एक था राजा एक थी रानी क्या सच में तुम को राम पता है?
या वो भी आकर हम बताएं ?

बड़े दिनों से हूँ यहाँ पर सब कुछ देख रहा हूँ कब से,
प्रभु से मिलने आया था मैं..
उन्हें छोड़कर मिला हूँ सबसे,
एक बात कहूं गर बुरा न मानो नहीं तुम तुरंत ही क्रोधित हो जाते हो पूरी बात तो सुनते भी नहीं..
सीधे घर पर आ जाते हो,
ये तुम लोगों के नाम जपो में पहले सा आराम नहीं….2
जबरजस्ती के जय श्री राम मे सब कुछ है.. बस राम नहीं !
ये राजनीति का दाया बाया जितना मर्जी खेलों तुम
दाया बायाँ..
अरे दाया बाया.. !
ये तुम्हारी वर्तमान प्रादेशिक भाषा मे क्या कहते है उसे.. ?
हा वो लेफ्ट एण्ड राइट
ये राजनीति का दाया बाया जितना मर्जी खेलों तुम
चेतावनी को लेकिन मेरी अपने जहां मे डालो तुम
निजी स्वार्थ के खातिर गर कोई राम नाम को गाता हो
तो खबरदार गर जुर्रत की..
और मेरे राम को बाटा तो
भारत भू का कवि हूँ मैं
तभी निडर हो कहता हूँ
राम हैं मेरी हर रचना में
मैं बजरंग मे रहता हूँ
भारत की नीव हैं कविताएं
और सत्य हमारी बातों मे
तभी कलम हमारी तीखी और साहित्य हमारे हाथों में ।

तो सोच समझ कर राम कहो तुम
ये बस आतिश का नारा नहीं
जब तक राम हृदय मे नहीं तुमने राम पुकार नहीं
राम कृष्ण की प्रतिभा पर पहले भी खड़े सवाल हुए
ये लंका और ये कुरुक्षेत्र..
यू ही नहीं थे लाल हुए
अरे प्रसन्न हसना भी है और पल पल रोना भी है राम
सब कुछ पान भी है और सब पा कर खोना भी है राम

ब्रम्हा जी के गोल से होकर जो जंगल में सोए हो
जो अपनी जीत का हर शो छोड़ रावण की मौत के रोए हो।
शिवजी जिनकी सेवा खातिर मारुत रूप में आ जाये
शेषनाग खुद लक्ष्मण बनकर जिनके रक्षक हो जाये
और तुम लोगों क्रोध, अहंकार, छल, कटप सीने से लगाकर सोजाओगे
तो कैसे भक्त बनोगे, उनके, कैसे राम समझ पाओगे?

अघोर क्या है पता नहीं और शिव जी का वरदान चाहिए
ब्रह्मचर्य का इल्म नहीं, इन भक्त स्वरूप हनुमान चाहिए
भगवा क्या है, क्या है पता लहराना सबको होता है
पर भगवा क्या है वो जानें
जो भगवा और पे सोता है। shree ram kavita quotes hindi

राम से मिलना, राम से मिलना, राम से मिलना है ना तुमको.. ?
निश्चित मंदिर जाना होगा
पर उससे पहले भीतर जा संग अपने राम को लाना होगा।
जय सिया राम
और हाँ।
अवधपुरी का उत्सव है

कोई कसर नहीं,
सब खूब मनाना मेरे प्रभु है आने वाले रथों को उनके खूब सजाना ।

वो द्वापर में कोई राह तके है, मुझे उन को लेने जाना है,
चलिए तो फिर मिलते हैं।
हमें भी अयोध्या आना है ।
जय सिया राम फिर।  kavita on ayodhya latest 2024

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