कृष्णाय वासुदेवाय मंत्र: Krishnay Vashudevay Mantra Meaning Hindi:

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सभी पापों का नाश करने वाला और भी से मुक्त करने वाला भगवान श्री कृष्ण का यह मंत्र आपको सभी कस्तों से मुक्त करेगा। महाराज प्रेमानन्द जी ने बताया यह मंत्र वह बताते है यह मंत्र सोने से पहले जरूर पढ़ लेना चाहिए। जब भी आपको कोई कठिनाई को परेसनी हो बाद भगवान का याद करके यह मंत्र पढे आपके कस्ट दूर हो जाएंगे।
ऐसा बताते है की भगवान शिव ने माता पार्वती को यह मंत्र बताते हुए कहा था यह मंत्र सभी क्लेशों का नाश करने वाला है।

krishnay vashudevay mantra meaning hindi

ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने ॥
प्रणतः क्लेशनाशाय गोविंदाय नमो नमः ॥
भावार्थ:-
परमब्रह्म परमात्मा स्वरूपी वासुदेवनन्दन भगवान श्रीकृष्ण, गोविंद को नमन है, हम आपके सरण मे आते है क्लेश, कष्टों का नाश करने वाले श्रीकृष्ण, गोविन्द को प्रति हमारा बार-बार नमस्कार है।।

shree krishna mantra shloka 

Salutations to the Supreme Brahma, the form of the Supreme Soul, Lord Shri Krishna and Govind, the son of Vasudev, we come in your refuge, our salutations again and again to Shri Krishna and Govind, the destroyer of our sins and sufferings.

 

शब्दार्थ:
कृष्णाय – श्री कृष्ण को;
वासुदेवाय – वासुदेव के पुत्र;
हरये – सर्वोच्च भगवान, परमब्रह्म ;
परम-आत्मने – सर्वोच्च भगवान, परमात्मा;
प्रणत – समर्पण करने वालों का;
क्लेस – संकट का;
नासाय – विध्वंसक, नाश करने वाले;
गोविंदाय – गोविंदा को;
नमो नमः – बारंबार प्रणाम;

परमात्मा, सर्वोच्च भगवान, परमब्रह्म को श्री कृष्ण के लिए कहा गया है।
गोविंदा श्री कृष्ण जी के मनमोहक छवि को इंगित करता है, इसका मतलब है, गायों और इंद्रियों को आनंदित करने वाले मनमोहक।  कृष्ण भक्तों के सामने आने वाली कठिनाइयों को दूर करने की अपनी क्षमता को दर्शाते हैं। हरि भक्तों को उनके पापों से छुटकारा दिलाने की अपनी क्षमता को संदर्भित करते हैं यदि वे अपने पापों के लिए पश्चाताप करने में ईमानदार हैं। हरि नाम भक्तों के पापों को दूर करने में उनकी करुणा को दर्शाता है जो दुख का मूल कारण हैं।

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